अमर स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आज़ाद की आज जयंती है. अपने वादे के मुताबिक, वे अपनी अंतिम सांस तक आज़ाद ही रहे थे, जब अंग्रेज़ों ने उन्हें अल्फ्रेड पार्क में घेर लिया था, तो उन्होंने खुद को गोली मार ली थी और इस तरह आज़ाद ताउम्र आज़ाद ही रहे थे. उन्हें कभी भी अंग्रेज सरकार पकड़ नहीं सकी थी.
काकोरी कांड के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद का नाम भारतीय स्वंतंत्र इतिहास में किसी परिचय का मोहताज़ नहीं है