Indian Army Helicopter Accident Update; IAF Chopper Crashes In Pathankot Ranjit Sagar Dam ट्रेनिंग पर निकला हेलिकॉप्टर क्रैश:आर्मी का रुद्रा हेलिकॉप्टर पठानकोट के पास रणजीत सागर डैम में क्रैश; चॉपर के कलपुर्जे मिले, पायलट और को-पायलट लापता पठानकोट8 घंटे पहले कॉपी लिंक पठानकोट के पास मंगलवार को आर्मी का ALH रुद्रा हेलिकॉप्टर रणजीत सागर डैम में क्रैश हो गया है। 254 आर्मी एविएशन का यह हेलिकॉप्टर ट्रेनिंग उड़ान पर था और इसके पायलट को कम ऊंचाई पर उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा था। हादसे के बाद चॉपर के कलपुर्जे खोज लिए गए हैं। आर्मी पीआरओ ने बताया है कि रणजीत सागर डैम में क्रैश हुए हेलीकॉप्टर के पायलट एएस बाठ और को-पायलट जयंत जोशी अभी तक लापता हैं। हालांकि पहले यह जानकारी मिली थी कि हादसे में दोनों सुरक्षित हैं। आर्मी हेलिकॉप्टर क्रैश होने की खबर मिलते ही NDRF और पंजाब पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया, लेकिन डेम की गहराई ज्यादा होने की वजह से मंगलवार रात तक उन्हें खोजा नहीं जा सका। आर्मी की एविएशन स्क्वॉड्रन के रुद्रा हेलिकॉप्टर ने मामून कैंट से सुबह 10:20 बजे उड़ान भरी थी। रणजीत सागर डैम के ऊपर हेलिकॉप्टर काफी नीचे उड़ान भर रहा था और इसी दौरान वह क्रैश हो गया। पठानकोट के पास रणजीत सागर डैम, जहां आर्मी का हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ। शिप और गोताखोरों की मदद से तलाश जारी हादसा पंजाब पठानकोट से सटे जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में रणजीत सागर डैम में हुआ। बोट और गोताखोरों की मदद से हेलिकॉप्टर की तलाश की जा रही है। गहराई ज्यादा होने की वजह से हेलिकॉप्टर की लोकेशन पता नहीं चल पा रही है। पंजाब सरकार का एक शिप निरीक्षण के लिए डैम में ही मौजूद रहता है। इसका इस्तेमाल डैम देखने आने वाले टूरिस्टों को घुमाने के लिए भी किया जाता है। अभी इसी की मदद से हेलिकॉप्टर को ढूंढने की कोशिश की जा रही है। हेलिकॉप्टर डैम के ऊपर काफी नीचे उड़ान भर रहा था। रावी नदी पर बना है रणजीत सागर डैम रणजीत सागर डैम से पंजाब को सिंचाई का पानी और बिजली उपलब्ध कराई जाती है। यहां पावर जेनरेशन का काम पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड करता है। डैम का 60% हिस्सा जम्मू-कश्मीर में आता है, जबकि 40% एरिया पंजाब में। यह डैम रावी नदी पर बनाया गया है। रावी पंजाब शाहपुर कंडी से होते हुए अजनाला और फिर पाकिस्तान जाती है। रणजीत सागर डैम के आसपास पंजाब का पठानकोट और जम्मू-कश्मीर का कठुआ जिला आता है। इससे पहले भी क्रैश हुए चॉपर-एयरक्राफ्ट 17 अप्रैल 2020 को अपाचे हेलिकॉप्टर की होशियारपुर के खेतों में इमरजैंसी लैंडिंग हुई थी। तकनीकी खराबी के कारण इसे लैंड करवाया गया था। इसमें दोनों पायलट सुरक्षित बच गए थे। इंडियन एयरफोर्स का यह हेलिकॉप्टर भी पठानकोट एयरबेस से ही उड़ा था। 25 जनवरी 2021 जम्मू-कश्मीर के कठुआ में भारतीय सेना का एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (ALH) ध्रुव क्रैश हो गया। हादसा लखनपुर में हुआ। हेलिकॉप्टर के दोनों पायलट गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इन्हें नजदीक के मिलिट्री बेस अस्पताल ले जाया गया, जहां एक पायलट ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। ध्रुव हेलिकॉप्टर को भारत में ही विकसित किया गया है। इसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर (LCH) प्रोजेक्ट के तहत तैयार किया गया है। 19 जुलाई 2018 को एयरफोर्स का मिग-21 हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के पट्टा गांव में क्रैश हुआ था। यह जगह पठानकोर्ट एयरबेस से 40 किलोमीटर की दूरी पर है। इस हादसे में पायलट की मौत हो गई थी। खबरें और भी हैं...