अमेरिका और अन्य देशों में सरकारी संगठनों और कारोबार पर हुए रैंसमवेयर अटैक के बाद वॉशिंगटन और मॉस्को में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। दोनों एक-दूसरे पर साइबर अटैक के आरोप लगा रहे हैं। विदेशी एक्सपर्ट इसे हाइब्रिड वॉरफेयर का एक हिस्सा कह रहे हैं, जिसका मकसद दुश्मन देश को अंदर से खोखला करना है।
इस दौरान, भारत समेत कई देशों में पेगासस से जासूसी का मामला भी मीडिया की सुर्खियां