Genome sequencing still low in India despite more labsकोरोना वायरस में बार-बार म्यूटेशन होने के चलते जहां गंभीर वैरिएंट पूरी दुनिया में फैलने लगे हैं। वहीं इसके चलते म्यूटेशन की पहचान के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग की जरूरत भी अहम हो चुकी है। भारत ने अब तक 45 हजार सैंपल की सीक्वेंसिंग पूरी की है।