पीएम आवास के लाभुक शंकर का पीएम आवास बनाने के नाम पर वार्ड सदस्य कृष्णा नायक द्वारा 85000 हजार रुपये गलत तरीके से लाभुक के खाते से निकासी का मामला गुरुवार को प्रकाश में आया है. | पालकोट : पालकोट प्रखंड की दक्षिणी भाग पंचायत के हरिजनटोली निवासी पीएम आवास के लाभुक शंकर का पीएम आवास बनाने के नाम पर वार्ड सदस्य कृष्णा नायक द्वारा 85000 हजार रुपये गलत तरीके से लाभुक के खाते से निकासी का मामला गु�
हरिजन कॉलोनी के नाम पर 10 घर बने थे, जो जर्जर हो गये हैं. 40 साल पहले इस हरिजन कॉलोनी में भटकते हुए बिरहोर जनजाति के 10 परिवार आकर बस गये. बाद में इस गांव का नाम बिरहोर टोंगरी कहलाया. बिरहोर जनजाति के लोग कभी इस जंगल तो कभी उस जंगल में लकड़ी का घर बना कर रहते थे. | पीबो पंचायत का हरिजन कॉलोनी 40 साल पहले बेचिरागी गांव था, बिरहोर जनजाति आकर बसे तो जनजीवन शुरू हुई जंगल-जंगल भटकते रहे. कई परिवार बिछड�
यहां बताते चलें कि आज से दो दशक पूर्व महिलाओं को घर की चौखट से बाहर कदम रखने पर भी सामाजिक विरोध का सामना पड़ता था. परंतु अनीता जैसी महिलाओं ने इस तरह की सामाजिक रूढ़ियों का मुकाबला करते हुए आगे बढ़ने की ठानी और आज की तारीख में झारखंड की सफल महिला उद्यमी में शुमार हैं. अनीता देवी बताती है कि उसने अंतरजातीय शादी की. जहां पारिवारिक एवं सामाजिक विरोध का जोरदार सामना करना पड़ा. इसके बाद भी
उर्वरकों की खरीदारी के लिए सरकार द्वारा अनुदान मूल्य निर्धारित किया गया है. बताते चलें कि यूरिया की प्रति बोरी 45 किग्रा और अन्य उर्वरकों की बोरी 50 किग्रा पैकेट की होती है. सभी उर्वरकों की कंपनीवार अलग-अलग मूल्य निर्धारित है. सरकार द्वारा निर्धारित दर पर किसान उर्वरक खरीद सकते हैं. बताते चलें कि गुमला जिला में हर साल उर्वरकों की कालाबाजारी आम बात है. | गुमला : मॉनसून गुमला पहुंच गया है.
आम पब्लिक किसे अपना दर्द सुनाये. लॉकडाउन है. घर से निकलना नहीं है. बिजली विभाग को फोन करने पर फोन उठाते नहीं है. अगर फोन उठा भी लिये तो हजारों बहाना तैयार रहता है. विभाग के कुछ अधिकारियों ने तो मोबाइल को कवरेज एरिया से बाहर कर लिया है. गुमला में बिजली कट रही है. यह कोई एक दिन की समस्या नहीं है. इधर, एक सप्ताह से लगातार गुमला के लोगों को बिजली संकट झेलनी पड़ रही है. | गुमला : गुमला में बिजली सप्�