ख़बर सुनें उत्तराखंड में देर शाम मौसम बदला और राजधानी देहरादून और मसूरी में झमाझम बारिश हुई। बारिश के बाद मौसम सुहावना होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली। वहीं, देहरादून में रविवार को भारी बारिश की संभावना है। बारिश के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात मिल सकती है। दून में अधिकतम तापमान 29 डिग्री व न्यूनतम तापमान 24 डिग्री रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को दून में भारी बारिश के साथ ही कुछ स्थानों पर गर्जना के साथ बारिश होने की संभावना है। वहीं, उत्तराखंड के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। कुमाऊं के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। जबकि, चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून तथा पौड़ी जनपदों में कही-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इससे ताममान में कमी आ सकती है। मसूरी में हल्की बारिश, कोहरा छाया शहर में मौसम ने अचानक करवट बदली। इससे घने कोहरे ने शहर को अपने आगोश में ले लिया। शहर में हल्की बारिश भी हुई, जिससे मौसम खुशनुमा हो गया। पर्यटकों ने शहर के बदलते मौसम का जमकर लुत्फ उठाया। शहर में बार-बार बदल रहे मौसम के मिजाज से पर्यटक भी उत्साहित हैं। मैदानी क्षेत्र दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के लोग गर्मी से बचने के लिए मसूरी का रुख कर रहे हैं और मसूरी में बदलते मौसम का आनंद ले रहे हैं। शनिवार को हल्की बारिश में भी कई लोग घूमते नजर आए। शहर की पहाड़ियां बार-बार घने कोहरे से ढकती रहीं और हल्की बारिश के बाद तापमान में कमी आने से मौसम खुशगवार हो गया। घना कोहरा और रुक रुककर होती से स्थानीय लोगों के कामकाज पर असर पड़ा है, लेकिन सैलानी इस मौसम का जमकर लुत्फ उठा रहे हैं। बागेश्वर में बारिश एक बार जिले में तबाही मचाने लगी है। शनिवार सुबह हुई तेज बारिश से कांडा के कपूरी में एक मकान ध्वस्त हो गया। सनगाड़-बास्ती मोटर मार्ग के मलबे से करीब एक हेक्टेयर जमीन बह गई। एक घराट (पनचक्की) भी क्षतिग्रस्त हो गया। कपकोट के भनार में सड़क पर नाला आने से घायल को लेने को गई 108 एंबुलेंस रातभर फंसी रही। शनिवार सुबह बारिश के दौरान कपूरी निवासी शिव राम पुत्र देव राम का मकान ध्वस्त हो गया। शिव राम के परिवार के पांच सदस्यों ने अन्यत्र शरण ले रखी है। दुगनाकुरी तहसील के बास्ती में शुक्रवार रात को अतिवृष्टि से पांच परिवारों की एक हेक्टेयर जमीन क्षतिग्रस्त हो गई। सनगाड़-बास्ती मोटरमार्ग पर कई जगह मलबा आ गया है। मलबे से एक घराट भी क्षतिग्रस्त हो गया। कांडा के एसडीएम राकेश तिवारी ने मौके का मुआयना कर प्रभावितों को आर्थिक मदद दिलाने का आश्वासन दिया। कपकोट के भनार गांव में भारी बारिश के दौरान नाला उफान पर आने से सड़क पर यातायात बाधित हो गया। शुक्रवार को माजखेत में छत से गिरकर घायल हुए कैलाश कुमार (32) पुत्र ललित राम को अस्पताल लाने के लिए कपकोट से गई 108 एंबुलेंस एंबुलेंस रातभर भनार में फंसी रही। शनिवार की सुबह नाले का पानी कम होने से एंबुलेंस आगे बढ़ पाई। तीन सड़कें बंद, 10 हजार की आबादी प्रभावित शुक्रवार रात और शनिवार की सुबह कपकोट, दुगनाकुरी और कांडा क्षेत्र में तेज बारिश हुई। क्षेत्र में 37.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। सड़क बंद होने से करीब 10 हजार की आबादी प्रभावित हो गई। लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उच्च हिमालयी क्षेत्र नंदा देवी बेस कैंप के ल्वा गांव में आठ भेड़ पालकों की 177 भेड़ों और तीन कुत्तों की ग्लेशियर के नीचे दबने से मौत हो गई। ग्लेशियर में भेड़पालकों के खाने-पीने का सामान भी दब गया। घटना करीब एक माह पहले 19 जून की है। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में संचार सुविधा के अभाव में प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं मिल पाई। 19 जून को क्षेत्र में भारी बारिश और बर्फबारी के कारण मुनस्यारी क्षेत्र को आने वाले कई रास्ते बह गए थे। अनवाल समुदाय के अध्यक्ष संचार सेवा न होने के कारण इसकी जानकारी नहीं दे पाए थे। अनवाल समुदाय के अध्यक्ष मनोज मेहता ने किसी तरह बर्फबारी और बारिश में ध्वस्त पैदल रास्तों को पार करते हुए 13 जुलाई को लीलम पहुंचकर राजस्व उप निरीक्षक को रिपोर्ट दी। पशुपालन विभाग की टीम ने घटना को बीते अधिक दिन होने का कारण बताकर मेडिकल बनाने से इनकार कर दिया। होकरा निवासी मनोज मेहता ने बताया कि 19 जून की शाम पांच बजे ग्लेशियर टूट कर भेड़ों पर गिर गया था। झुंड में आठ अनवालों की 2800 भेड़ें थीं। हिमस्खलन के अफरातफरी मच गई। भारी बर्फबारी और बारिश के बीच चार दिन तक अनवाल भेड़ों को खोजते रहे। गिनती में 177 भेड़, तीन कुत्ते नहीं मिल सके, जिनकी बर्फ से दबकर मौत हो गई। सूचना देने के लिए एकमात्र सेटेलाइट फोन ल्वा गांव के सरपंच केदार सिंह के यहां लगा था। रिचार्ज न होने के कारण जो कई दिनों से बंद था। दर्जनों नालों की पुलिया बहने और रास्तों के बहने के कारण 13 जुलाई को लीलम राजस्व चौकी में नुकसान की सूचना दर्ज कराई गई। होकरा के मनोज मेहता ने उनकी 103 भेड़ों और एक कुत्ते, गौला के नारायण सिंह ने उनकी 23 भेड़ों, प्रह्लाद सिंह ने 19 भेड़ों और एक कुत्ते, कोटा के जीवन पंवार ने उनकी तीन भेड़ो, मुनस्यारी के बिशन सिंह ने नौ भेड़ों, जोशा के हयात सिंह ने सात भेड़ों और एक कुत्ते, मुनस्यारी के बलवंत ने 11 भेडों़, कोटा खड़िग के गोकुल ने उनकी दो भेड़ों की मौत का दावा किया है। सरकार और प्रशासन से की मुआवजे की मांग अनवालों ने सरकार और प्रशासन से नुकसान का आकलन कर उचित मुआवजा देने की मांग की है। उनका कहना है कि बर्फबारी और बारिश में रास्ते ध्वस्त हो गए थे। इससे वे समय पर प्रशासन तक सूचना नहीं पहुंचा पाए थे। अनवाल मनोज मेहता ने तल्ला जोहार कल्याण संस्था के अध्यक्ष सुशाल सिंह मेहता ने विधायक हरीश धामी, सीएम पुष्कर धामी और डीएम से मुआवजा देने की गुहार लगाई है। विस्तार उत्तराखंड में देर शाम मौसम बदला और राजधानी देहरादून और मसूरी में झमाझम बारिश हुई। बारिश के बाद मौसम सुहावना होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली। विज्ञापन वहीं, देहरादून में रविवार को भारी बारिश की संभावना है। बारिश के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात मिल सकती है। दून में अधिकतम तापमान 29 डिग्री व न्यूनतम तापमान 24 डिग्री रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को दून में भारी बारिश के साथ ही कुछ स्थानों पर गर्जना के साथ बारिश होने की संभावना है। वहीं, उत्तराखंड के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। कुमाऊं के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। जबकि, चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून तथा पौड़ी जनपदों में कही-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इससे ताममान में कमी आ सकती है। मसूरी में हल्की बारिश, कोहरा छाया शहर में मौसम ने अचानक करवट बदली। इससे घने कोहरे ने शहर को अपने आगोश में ले लिया। शहर में हल्की बारिश भी हुई, जिससे मौसम खुशनुमा हो गया। पर्यटकों ने शहर के बदलते मौसम का जमकर लुत्फ उठाया। शहर में बार-बार बदल रहे मौसम के मिजाज से पर्यटक भी उत्साहित हैं। मैदानी क्षेत्र दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के लोग गर्मी से बचने के लिए मसूरी का रुख कर रहे हैं और मसूरी में बदलते मौसम का आनंद ले रहे हैं। शनिवार को हल्की बारिश में भी कई लोग घूमते नजर आए। शहर की पहाड़ियां बार-बार घने कोहरे से ढकती रहीं और हल्की बारिश के बाद तापमान में कमी आने से मौसम खुशगवार हो गया। घना कोहरा और रुक रुककर होती से स्थानीय लोगों के कामकाज पर असर पड़ा है, लेकिन सैलानी इस मौसम का जमकर लुत्फ उठा रहे हैं। कपूरी में मकान गिरा, मलबे से पनचक्की ध्वस्त बागेश्वर में बारिश एक बार जिले में तबाही मचाने लगी है। शनिवार सुबह हुई तेज बारिश से कांडा के कपूरी में एक मकान ध्वस्त हो गया। सनगाड़-बास्ती मोटर मार्ग के मलबे से करीब एक हेक्टेयर जमीन बह गई। एक घराट (पनचक्की) भी क्षतिग्रस्त हो गया। कपकोट के भनार में सड़क पर नाला आने से घायल को लेने को गई 108 एंबुलेंस रातभर फंसी रही। शनिवार सुबह बारिश के दौरान कपूरी निवासी शिव राम पुत्र देव राम का मकान ध्वस्त हो गया। शिव राम के परिवार के पांच सदस्यों ने अन्यत्र शरण ले रखी है। दुगनाकुरी तहसील के बास्ती में शुक्रवार रात को अतिवृष्टि से पांच परिवारों की एक हेक्टेयर जमीन क्षतिग्रस्त हो गई। सनगाड़-बास्ती मोटरमार्ग पर कई जगह मलबा आ गया है। मलबे से एक घराट भी क्षतिग्रस्त हो गया। कांडा के एसडीएम राकेश तिवारी ने मौके का मुआयना कर प्रभावितों को आर्थिक मदद दिलाने का आश्वासन दिया। कपकोट के भनार गांव में भारी बारिश के दौरान नाला उफान पर आने से सड़क पर यातायात बाधित हो गया। शुक्रवार को माजखेत में छत से गिरकर घायल हुए कैलाश कुमार (32) पुत्र ललित राम को अस्पताल लाने के लिए कपकोट से गई 108 एंबुलेंस एंबुलेंस रातभर भनार में फंसी रही। शनिवार की सुबह नाले का पानी कम होने से एंबुलेंस आगे बढ़ पाई। तीन सड़कें बंद, 10 हजार की आबादी प्रभावित शुक्रवार रात और शनिवार की सुबह कपकोट, दुगनाकुरी और कांडा क्षेत्र में तेज बारिश हुई। क्षेत्र में 37.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। सड़क बंद होने से करीब 10 हजार की आबादी प्रभावित हो गई। लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्लेशियर की चपेट में आने से 177 भेड़ों और तीन