russian fighter jets bombing on enemy ships in black sea against nato military drills रूसी नौसेना के लड़ाकू विमानों ने काला सागर में बरपाया कहर, 'दुश्मन' के युद्धपोतों पर की सटीक बमबारी Priyesh Mishra | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 04 Jul 2021, 10:42:00 AM Subscribe नाटो के युद्धाभ्यास से चिड़े रूस ने शनिवार को काला सागर में दुश्मन देशों के युद्धपोतों पर बम गिराने का अभ्यास किया। इसमें रूसी नौसेना का काला सागर बेड़ा और दक्षिणी सैन्य जिले के लड़ाकू विमानों ने हिस्सा लिया। ब्रिटेन के युद्धपोत को खदेड़े जाने के बाद से रूस का पश्चिमी देशों के साथ तनाव बना हुआ है।
Russian Navy Video : लड़ाकू विमान, परमाणु बॉम्बर और युद्धपोत... भूमध्य सागर में तबाही का युद्धाभ्यास कर रहा रूस Subscribe मॉस्को काला सागर में बढ़ते तनाव के बीच रूसी लड़ाकू विमानों ने नकली दुश्मनों के युद्धपोतों पर सटीक बमबारी का अभ्यास किया है। रूसी नौसेना के काला सागर बेड़े ने बताया कि उसके लड़ाकू विमानों ने दक्षिणी सैन्य जिले के युद्धक विमानों के साथ मिलकर संयुक्त नौसैनिक अभ्यास किया है। इस दौरान दुश्मन के युद्धपोतों के ऊपर बम गिराने और मिसाइल से हमला करने का अभ्यास किया गया। इन दिनों अमेरिका के नेतृत्व वाला सैन्य संगठन नाटो भी कई देशों की सेनाओं के साथ काला सागर में युद्धाभ्यास कर रहा है। काला सागर में बम गिराने का अभ्यास रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी आरआईए ने बताया कि रूसी नौसेना और वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने काला सागर के ऊपर ट्रेनिंग मिशन को अंजाम दिया। इस दौरान नकली दुश्मन जहाजों के ऊपर सटीक बमबारी और मिसाइल हमले का अभ्यास किया गया। अभ्यास में सुखोई एसयू-30 एसएम, सुखोई एसयू -24 एम, सुखोई एसयू -34 और सुखोई एसयू -27 लड़ाकू विमानों ने हिस्सा लिया। दो दिन पहले ही क्रीमिया में एस-400 का किया था टेस्ट रूसी वायु सेना ने दो दिन पहले ही यूक्रेन से कब्जाए हुए क्रीमिया में एस-400 मिसाइल सिस्टम का टेस्ट किया था। रूसी सैन्य अधिकारियों ने बताया था कि वे इस मिसाइल डिफेंस सिस्टम की ऑपरेशनल तैयारियों को जांच रहे हैं। रूसी नौसेना के काला सागर बेड़े के प्रवक्ता कैप्टन एलेक्सी रुलियोव ने बताया कि काला सागर बेड़े के विमान और हेलीकॉप्टरों ने दक्षिणी सैन्य जिले के एयरफोर्स फॉर्मेशन के साथ यह युद्धाभ्यास किया। इसमें एस -400 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम और पैंटसिर सेल्फ प्रोपेल्ड मिसाइल और गन सिस्टम को फायर कर उनकी तैयारियों की जांच की गई। नाटो के युद्धाभ्यास से चिढ़ा हुआ है रूस नाटो का वार्षिक सैन्याभ्यास सी ब्रिज सोमवार को काला सागर के उत्तर पश्चिम हिस्से में शुरू हुआ। रूसी नौसेना इस युद्धाभ्यास में शामिल होने वाले युद्धपोतों की करीबी से निगरानी कर रही है। रूस के विरोधी देशों के इस युद्धाभ्यास में में 32 देशों के लगभग 5,000 सैनिक और 32 युद्धपोत शामिल हैं। 10 जुलाई तक दुश्मन देशों की सेनाएं रूस के करीब समुद्र में अपने शक्ति का प्रदर्शन करेंगी। क्या काम करता है एयर डिफेंस सिस्टम इसका काम देश में होने वाले किसी भी संभावित हवाई हमले का पता लगाना और उसे रोकना है। यह तमाम तरह के रेडार और उपग्रहों की मदद से जानकारी जुटाता है। इस जानकारी के आधार पर यह बता सकता है कि लड़ाकू विमान कहां से हमला कर सकते हैं। इसके अलावा यह एंटी-मिसाइल दागकर दुश्मन विमानों और मिसाइलों को हवा में ही खत्म कर सकता है। भारत ने अब तक रूस से मारने वाले हथियार ही खरीदे हैं। पहली बार भारत रूस से S-400 डिफेंस सिस्टम खरीद रहा है। प्रतीकात्मक तस्वीरNavbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुक पेज लाइक करें कॉमेंट लिखें इन टॉपिक्स पर और पढ़ें