| | Updated: January 19, 2021 3:28 pm
Pfizer Vaccine News: ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने कहा, 29 बुजुर्गों की मौत के बावजूद देश में कोरोना की रोकथाम के लिए फाइजर वैक्सीन ही लगेगी।
Pfizer Vaccine News: ऑस्ट्रेलियाई सरकार (Australian government) के एक शीर्ष सलाहकार ने कहा है कि नॉर्वे (Norway) में फाइजर वैक्सीन (Pfizer Vaccine) लगाने के बाद 29 बुजुर्गों की मौत के बावजूद देश में संभवत: कोरोना की रोकथाम (Coronavirus Prevention) के लिए फाइजर वैक्सीन ही लगाई जाएगी। टीकाकरण (Vaccination in Australia) पर ऑस्ट्रेलियाई तकनीकी सलाहकार समूह (एटीएजीआई) के सह-अध्यक्ष एलन चेंग ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया कि अधिकारियों को उम्मीद है कि हर 100,000 ऑस्ट्रेलियाई लोगों में से लगभग एक को टीके से एलर्जी (Vaccine Allergy) की प्रतिक्रिया होगी, लेकिन इससे सबसे कमजोर लोगों की रक्षा भी होगी।
100,000 ऑस्ट्रेलियाई लोगों में से एक को होगी टीके से एलर्जी
एलन चेंग ने सोमवार को नाइन एंटरटेनमेंट अखबार को बताया, “इसका मतलब है कि हमें उसके लिए तैयारी करने की आवश्यकता होगी। ऐसे कई लोग होंगे जो टीकाकरण के बावजूद संक्रमित होंगे, लेकिन विचार यह है कि ये वैक्सीन कोरोना के जोखिम को कम कर सकता है। यह पूरी तरह से समाप्त नहीं कर सकता है, लेकिन यह इसे कम जरूर कर देगा।”
फाइजर वैक्सीन लगाने के बाद 29 लोगों की हो गई थी मौत
गौरतलब है कि पिछले महीने नॉर्वे में लगभग 30 हजार लोगों को फाइजर और मॉडर्ना (Moderna) कंपनी का कोरोना वैक्सीन का शॉट दिया गया था। फाइजर वैक्सीन (Pfizer vaccine) लगाने के बाद नॉर्वे में 29 बुजुर्गों की मौत होने के बाद लोगों के मन में इस वैक्सीन के प्रति डर बैठ गया था। जिसके बाद ऑस्ट्रेलियाई स्वास्थ्य मंत्री ग्रेग हंट ने फाइजर वैक्सीन (Pfizer Vaccine Norway News) टीकाकरण के बाद हुए सभी मौतों पर तत्काल सूचना मांगा था। ऑस्ट्रेलिया ने फाइजर वैक्सीन की एक करोड़ खुराक के लिए समझौता भी किया है।
कहां की है फाइजर वैक्सीन?
कोरोनावायरस की वैक्सीन को जर्मनी की कंपनी बायोएनटेक (BioNTech) और अमेरिका कंपनी फाइजर फाइजर और बायोएनटेक (Pfizer and BioNTech) ने मिलकर तैयार किया है। कंपनी ने कुछ दिनों पहले वैक्सीन के 90 प्रतिशत असरदार होने का दावा भी इसके तीसरे फेज के क्लिनिकल ट्रायल के बाद किया था।