अपडेट समय: 170 गुरदासपुर में मंगलवार को बीएसएफ तथा गुरदासपुर एवं पठानकोट जिलों के सीनियर पुलिस अधिकारियों से बैठक करते डीजीपी दिनकर गुप्ता। -निस गुरदासपुर, 29 जून (निस) बीएसएफ और पंजाब पुलिस के बीच और बेहतर तालमेल और सहयोग की मांग करते हुए पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि यह सही समय है कि दोनों बलों को एक टीम के तौर पर काम करना चाहिए। कोई भी जरूरी जानकारी इकट्ठी और सांझा करके खुफिया इंटेलिजेंस को फिर से सक्रिय किया जाना चाहिए। सबूत आधारित और सक्रिय पुलिसिंग की जरूरत पर जोर देते हुए डीजीपी ने मंगलवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने पंजाब की सरहदों पर ड्रोनों की गतिविधियों, जो राष्ट्रीय सुरक्षा पर नये खतरे के तौर पर सामने आ रही हैं और जिसने सरहदी सुरक्षा को भारी चोट पहुंचाई है, का मुकाबला करने के लिए पूरा समर्थन देने का भरोसा दिया है। डीजीपी ने मंगलवार को गुरदासपुर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और गुरदासपुर और पठानकोट जिलों में तैनात पंजाब पुलिस के सीनियर अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय मीटिंग की। इस मीटिंग में एडीजीपी इंटरनल सिक्योरिटी आरएन ढोके, आईजी बार्डर रेंज एसपीएस परमार और डीआईजी बीएसएफ प्रभाकर जोशी समेत बीएसएफ के तकरीबन 8 कमांडेट्स भी शामिल थे। डीजीपी ने गुरदासपुर, बटाला और पठानकोट के एसएसपीज़ को हिदायत की कि सरहदी गांवों की सूची बनाई जाये और हर गांव में पुलिस, जनता, जीओजी, एनजीओज आदि के सहयोग से एक मजबूत खुफिया नैटवर्क विकसित किया जाये जिससे वह अपने गांव में होने वाली किसी भी आपराधिक गतिविधियों के बारे तुरंत पुलिस को सूचित कर सकें। पुलिस से इनपुट साझा करे बीएसएफ उन्होंने बीएसएफ के अधिकारियों को कहा कि वह संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों की सेक्टर-वाइज इनपुट्स को पंजाब पुलिस के साथ सांझा करें। जिससे वह ऐसे लोगों की गतिविधियों पर तीखी नजर रख सकें और किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल पाये जाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई को यकीनी बनाया जा सके। खबर शेयर करें 6 घंटे पहले दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है। ‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है। हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया। खबरों के लिए सब्सक्राइब करें