अफगानिस्तान की अस्थिरता कब खत्म होगी, कोई नहीं जानता। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने जनता से पूछा है कि अगर अफगान सैनिक नहीं लड़ते तो मैं कितने अमेरिकी बेटे-बेटियों को भेजता रहूं। उन्होंने कहा कि 'मेरा जवाब साफ है। मैं वो गलतियां नहीं दोहराऊंगा जो हम पहले कर चुके हैं।' उधर, बीस साल बाद अफगानिस्तान पर कब्जा करने वाला तालिबान 1990 के क्रूर शासन के उलट खुद को लचीला दिखाने की कोशिश कर रहा है। मंगलवार को उसने पूरे अफगानिस्तान में आम माफी की घोषणा कर दी और महिलाओं से अपनी सरकार में शामिल होने गुजारिश की। हालांकि कुछ पुरानी यादें फिर से ताजा हुईं। जैसे काबुल में दुल्हन की पोशाक के विज्ञापनों में खुले बालों वाली महिलाओं को सफेद रंग से ढक दिया गया। बैंक, सरकारी ऑफिस, बाजारों और स्कूलों को बंद कर दिया गया। इस बीच, सिल्वर लाइनिंग यह है कि अफगानिस्तान का एक प्रांत ऐसा भी है, जिसे तालिबान अपने कब्जे में नहीं ले पाया है। यह प्रांत 'पंजशीर' है। पंजशीर अफगानिस्तान के उत्तर-पूर्वी इलाके में है। ये ऐसा प्रांत है जिसे न तो तालिबान कब्जा पाया और न ही कभी सोवियत रूस जीत पाया। अफगान संकट की हर ताजा अपडेट के लिए बने रहिए हमारे साथ।