फूलन देवी आज की पीढ़ी को इस नाम के बारे में जरा भी जानकारी होगी तो यह बहुत खुशी की बात होगी। चंबल ऐसा क्षेत्र जो फुलनदेवी के नाम से जाना जाता था, बीहड़ में उसकी दहशत थी। और फिर दहशत ने ऐसी पलटी खाई की वह सीधे जेल पहुंची। और जेल से निकलते ही सीधे संसद भवन। एक डाकू सांसद थी लेकिन किस्मत ने पलटी मारी और 25 जुलाई 2001 को संसद भवन से जब अपने घर लौट रही थी तब उन्हें गोली मार दी जाती है। चंबल की रा�