प्रशांत किशोन ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की महाकाव्य रश्मिरथी की दो पंक्तियों को पोस्ट कर इशारों-इशारों में बहुत कुछ बयां कर दिया। प्रशांत किशोर ने ट्विटर पर लिखा कि तेरी सहायता से जय तो मैं अनायास पा जाऊंगा, आनेवाली मानवता को, लेकिन, क्या मुख दिखलाऊंगा?