तीसरी लहर पड़े न भारी संयम से शमन की तैयारी
कोरोना की दूसरी लहर अभी ठीक से विदा भी नहीं हुई है और पूरा देश तीसरी लहर से बचाव की चर्चा में संलग्न हो गया है। वैसे तो दो नावों की सवारी कभी अच्छी नहीं मानी गई, लेकिन कोरोना ने जिस तरह पिछले एक साल में कई नियमों को बदला है, उसी तर्ज पर इस कहावत में संशोधन भी जरूरी न सही, हमारी मजबूरी हो गया है। पहली और दूसरी लहर में कोरोना ने जिस तरह हम पर औचक हम�