हरे-भरे ग्रामीण इलाकों और धान के खेतों से गुजरते हुए भारी टोपी पहने और पीतल की घंटी बजाने के अलावा हाथ में ‘ओलक्कुड़ा’ (ताड़ के पत्ते की छतरी) लिए ऐसे कलाकार ओणम के दौरान अक्सर दिखते हैं।
Onam celebrates the many elements of Kerala’s tradition and culture. From the spirited Pulikali dancers, mesmerising synchronisation of the boat race, lush green landscape after the rains, the decorated elephants, and the gorgeous floral arrangements. At the time of the year, when the monsoon retreats from South India, the atmosphere is charged in celebration with the advent of the festival.
ओणम वैसे तो केरल का महत्वपूर्ण त्योहार है लेकिन उसकी धूम समूचे दक्षिण भारत में रहती है। यह त्योहार हिन्दी कैलेंडर के अनुसार भाद्र माह की शुक्ल त्रयोदशी को मनाया जाता है। जबकि मलयालम कैलेंडर के अनुसार चिंगम माह में यह त्योहार मनाया जाता है जो कि प्रथम माह है। खासकर यह त्योहार हस्त नक्षत्र से शुरू होकर श्रवण नक्षत्र तक चलता है। इस बार यह पर्व 12 अगस्त 2021 से प्रारंभ होकर 23 अगस्त तक लेगा�