पुष्परंजन
देखकर हैरानी होती है कि नेपाल में इतना कुछ 72 घंटे में हो गया और चीन बिल्कुल खामोश। काठमांडो स्थित चीनी राजदूत होऊ यांगशी इस समय ‘मैं चुप रहूंगी’ की भूमिका में हैं। ऐसे मौकों पर होऊ यांगशी की सक्रियता देखते बनती थी। आप यह नहीं कह सकते कि राजधानी काठमांडो में चीनी खुफिया एजंेसी एमएसएस (मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्योरिटी) द्वारा कम्युनिस्ट नेताओं से कोऑर्डिनेट करना भी बेकार