तालिबान ने जब अपना परचम लहराने का अभियान शुरू किया तो उसने सबसे पहले ग्रामीण इलाकों की चौकियों पर कब्जा करना शुरू किया और सैनिकों तथा पुलिस बलों को घेरना शुरू किया। कम संख्या में तैनात अफगान बलों पर तालिबानी विद्रोहियों की बड़ी संख्या भारी पड़ने लगी।