बीकानेर की रहने वाली 3 साल की मैत्रिका ने पहली बार मुंह से खाना खाया। इस बच्ची के जन्म से ही आहार नाल में छेद था। खाना सीधे पेट में न पहुंचकर शरीर के दूसरे हिस्सों में पहुंचता था। इसे ट्रेकियो इसोफेसियल फिस्चुला रोग कहा जाता है। अब चार ऑपरेशन के बाद यह दिक्कत दूर हो गई है। अभी तक बच्ची को राइस ट्यूब से लिक्विड डाइट दी जाती थी। | Food tube was not there since birth, even after operation, ate food from rice tube, after three years now normal food after successful operation