comparemela.com

Anuman Stuti News Today : Breaking News, Live Updates & Top Stories | Vimarsana

क्या सुंदरकांड का पाठ पूरा एक बार में ही करना चाहिए? | Sunderkand Ka Paath

हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए सुंदरकांड का पाठ सबसे अचूक माना गया है। यह तुलसीदासकृत रामचरित मानस का एक पांचवां काण्ड है। आओ जानते हैं कि सुन्दरकाण्ड का पाठ एक बार में ही करना चाहिए या कि रुक रुक कर कर सकते हैं।

जब बादशाह अकबर ने तुलसीदासजी को जंजीरों से बांध दिया तो हनुमानजी ने इस तरह बचाया

रामचरित मानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदासजी उत्तर भारत के विदेशी तुर्क मुगल बादशाह अकबर के शासन क्षेत्र में रहते थे। एक बार अकबर को यह पता चला कि तुलसीदासजी ने किसी मृत व्यक्ति को जिंदा कर दिया है। यह सुनकर उन्हें इस बात पर विश्वास नहीं हुआ और उन्होंने बीरबल से इस बारे में पूछा। बीरबल ने बताया कि उन्होंने रामचरित मानस लिखी है। वे एक पहुंचे हुए कवि हैं। यह सुनकर बादशाह ने तुलसीदाजी �

© 2025 Vimarsana

vimarsana © 2020. All Rights Reserved.