ऋषिकेश मुखर्जी जिनकी फिल्में हल्के-फुल्के अंदाज में लोगों का मनोरंजन कर देती थीं। वे आम जिंदगी से ही अपनी फिल्मों के लिए कहानियां उठाते थे। निर्देशन क्षेत्र में आने से पहले मुखर्जी प्रिंसिपल भी रह चुके थे। इसलिए क्या बोलना है, कैसे बोलना है और क्या नहीं कहना है? ये बातें भली-भांति जानते थे। कई बार वो धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना जैसे स्टार्स को किसी स्कूली बच्चे की तरह समझा