“गुड तालिबान बैड तालिबान, गुड टेररिज्म बैड टेररिज्म, यह अब चलने वाला नहीं है। हर किसी को तय करना पड़ेगा कि फैसला करो कि आप आतंकवाद के साथ हो या मानवता के साथ हो। निर्णय करो।” 18 अगस्त, 2015 को दुबई के क्रिकेट स्टेडियम में 50 हजार से ज्यादा भारतीयों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह बयान तालिबान को लेकर भारत की नीति रही है, लेकिन ठीक 6 साल बाद 20 अगस्त 2021 में यह नीति जमीनी सच से... | Why India is silent on taliban in Kabul सरकार ने अब तक न काबुल में तालिबान सरकार के विरोध में कोई बयान दिया और न ही ऐसी कोई बात कही है जिससे यह जाहिर हो कि भारत भी अमेरिका, रूस या चीन की तरह काबुल में तालिबान को कबूल कर लेगा।