शारीरिक और मानसिक रोगों के उपचार के लिए Marma Therapy बहुत कारगर है।
मर्म थेरेपी एक आयुर्वेदिक थेरेपी है, जिसका इतिहास 5000 साल पुराना है। मर्म शब्द संस्कृत के मृण शब्द से निकला है जिसका अर्थ होता है छिपा हुआ। संस्कृत में एक कहावत है, मृयते अस्मिन इति मर्म अर्थात् जब जब मर्म क्षेत्र प्रवृत्त होते हैं तो मृत्यु की या स्वास्थ्य में कोई बड़ी समस्या होने की संभावना होती है। इसलिए इन्हें मर्म कहा जाता है। मर्म प्वाइंट उस ज्वाइंट को कहा जाता है जहां शरीर के कोई दो टिश्यू एक साथ जुड़ते हैं जैसे मसल्स, विंस, हड्डियां आदि।
मर्म थेरेपी शरीर में मौजूद 107 प्वाइंट का प्रयोग करती है और मस्तिष्क को 108वां मर्म माना जाता है। मुख्य मर्म प्वाइंट शरीर के 7 चक्र होते हैं अर्थात् यह वह भाग होते हैं जहां हमारे शरीर का एनर्जी सेंटर होते हैं जिनमें हमारा धड़ और लिम्ब शामिल होते हैं। इन बिंदुओं को बहुत सदियों पहले सुश्रुता स्मिता में लिखा गया था जोकि एक आयुर्वेद से संबंधित लेख है।
यह प्वाइंट शरीर के बैक के साथ साथ फ्रंट को भी शामिल करते हैं। इनमें 22 हाथ पैरों के निचले हिस्सों में, 22 बाजू में, 12 छाती व पेट में, 14 कमर में और 37 सिर व गर्दन में शामिल हैं।
मर्म थेरेपी के दौरान क्या होता है?
मर्म थेरेपी के दौरान शरीर के पॉइंट्स पर बहुत ही हल्की उत्तेजना की जाती है। ऐसा करने से मर्म पॉइंट्स की ब्लॉकेज खुलती है और इससे आपको शारीरिक व मानसिक रूप से एक रिलैक्स मिलता है। यह एक शक्तिशाली प्रक्रिया है और एक ऐसी थेरेपी है जो हमारे शरीर के इन नाजुक हिस्सों की एनर्जी को खोलने में मदद करती है। यदि मर्म पॉइंट्स को स्किन पर सावधानीपूर्वक दबाया जाए तो वह आपके लिए बहुत सकारात्मक सिद्ध हो सकते हैं।
मर्म थेरेपी के फायदे क्या हैं?
मर्म थेरेपी हमारे शरीर के लिए बहुत प्रकार से लाभदायक होती है। यह हमारे शरीर में शारीरिक रूप से, मानसिक रूप से और अध्यात्मिक रूप से काम करती है। यह हमारे शरीर के लिए बहुत बेहतरीन मानी जाती है क्योंकि यह हमें निम्न लाभ देती है:
आपके शरीर को क्रोनिक पेन से मुक्ति दिलाती है।
आपके शरीर की हर प्रकार से डिटॉक्सिफिकेशन करती है।
आपकी इम्यूनिटी, पाचन, रेस्पिरेटरी व न्यूरल हेल्थ को और अधिक बेहतर बनाती है।
स्किन को हेल्दी बनाती है।
आपके शारीरिक तापमान को व दोष को संतुलित करने में सहायक।
कुछ न्यूरो केमिकल्स जैसे सेरोटोनिन, मेलाटोनिन को रिलीज करने में मदद करती है जिसकी मदद से आपको चैन की नींद आती है।
जैसा की इस आर्टिकल के माध्यम से हमने जाना कि मर्म प्वाइंट हमारे शरीर के बहुत छिपे हुए और नाजुक भाग होते हैं जिनके प्रवृत्त होने के कारण आपको बहुत ज्यादा दर्द या डिस कंफर्ट का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए इस स्थिति से बचने के लिए आप मर्म थेरेपी का प्रयोग कर सकते हैं।
Published : March 5, 2021 7:48 pm