comparemela.com


ख़बर सुनें
देखो-देखो कौन आया... शेर आया शेर आया, के नारे के बीच उपमंडल भोरंज के घुमारवीं गांव के शहीद कमल देव वैद्य रविवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। शहीद का अंतिम संस्कार पैतृक गांव के श्मशानघाट में सैन्य एवं राजकीय सम्मान के साथ किया गया। चचेरे भाई बॉबी वैद्य ने शहीद की चिता का मुखाग्नि दी। इस दौरान देखो देखो कौन आया... शेर आया शेर आया, पाकिस्तान मुर्दाबाद..., कमल वैद्य अमर रहे के नारों से पूरा गांव गूंज उठा।
हर किसी की आंखें नम थीं। माता-पिता, भाई व बहनों ने शहीद कमल को ताबूत में पगड़ी, हार और नए कपड़े पहनाकार दूल्हे के लिबास में दाह संस्कार के लिए विदा किया। दो माह बाद अक्तूबर में शहीद की शादी थी। गौर हो कि गत दिवस जम्मू-कश्मीर के पूंछ के मेंढर में बारूदी सुरंग फटने से कमल वैद्य शहीद हो गए थे। शहीद का पार्थिव शरीर रविवार सुबह करीब 9 बजे सड़क मार्ग से उनके पैतृक गांव पहुंचाया गया। इस दौरान समूचा घुमारवीं गांव कमल देव अमर रहे के नारों से गूंज उठा।
विधायक एवं उप मुख्य सचेतक कमलेश कुमारी, उपायुक्त देबश्वेता बनिक, एसपी डॉ. कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन समेत कई अधिकारियों ने पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित करके श्रद्धांजलि दी। थल सेना की डोगरा रेजिमेंट और कोर ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मेकेनिकल इंजीनियर्स के अधिकारियों ने भी पुष्प चक्र अर्पित करके शहीद को अंतिम विदाई दी। हिमाचल प्रदेश पुलिस की टुकड़ी ने भी हवा में फायर करके शहीद को अंतिम सलामी दी। प्रशासन की तरफ से उपायुक्त ने परिजनों को पांच लाख की फौरी राहत राशि दी। कमल वैद्य 2015 में सेना में भर्ती हुए थे।
विस्तार
देखो-देखो कौन आया... शेर आया शेर आया, के नारे के बीच उपमंडल भोरंज के घुमारवीं गांव के शहीद कमल देव वैद्य रविवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। शहीद का अंतिम संस्कार पैतृक गांव के श्मशानघाट में सैन्य एवं राजकीय सम्मान के साथ किया गया। चचेरे भाई बॉबी वैद्य ने शहीद की चिता का मुखाग्नि दी। इस दौरान देखो देखो कौन आया... शेर आया शेर आया, पाकिस्तान मुर्दाबाद..., कमल वैद्य अमर रहे के नारों से पूरा गांव गूंज उठा।
विज्ञापन
हर किसी की आंखें नम थीं। माता-पिता, भाई व बहनों ने शहीद कमल को ताबूत में पगड़ी, हार और नए कपड़े पहनाकार दूल्हे के लिबास में दाह संस्कार के लिए विदा किया। दो माह बाद अक्तूबर में शहीद की शादी थी। गौर हो कि गत दिवस जम्मू-कश्मीर के पूंछ के मेंढर में बारूदी सुरंग फटने से कमल वैद्य शहीद हो गए थे। शहीद का पार्थिव शरीर रविवार सुबह करीब 9 बजे सड़क मार्ग से उनके पैतृक गांव पहुंचाया गया। इस दौरान समूचा घुमारवीं गांव कमल देव अमर रहे के नारों से गूंज उठा।
विधायक एवं उप मुख्य सचेतक कमलेश कुमारी, उपायुक्त देबश्वेता बनिक, एसपी डॉ. कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन समेत कई अधिकारियों ने पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित करके श्रद्धांजलि दी। थल सेना की डोगरा रेजिमेंट और कोर ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मेकेनिकल इंजीनियर्स के अधिकारियों ने भी पुष्प चक्र अर्पित करके शहीद को अंतिम विदाई दी। हिमाचल प्रदेश पुलिस की टुकड़ी ने भी हवा में फायर करके शहीद को अंतिम सलामी दी। प्रशासन की तरफ से उपायुक्त ने परिजनों को पांच लाख की फौरी राहत राशि दी। कमल वैद्य 2015 में सेना में भर्ती हुए थे।
आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है। खबरों को बेहतर बनाने में हमारी मदद करें।
खबर में दी गई जानकारी और सूचना से आप संतुष्ट हैं?
हां

Related Keywords

Poonch ,Jammu And Kashmir ,India ,Hamirpur ,Uttar Pradesh , ,Indian Armya Dogra Regiment ,Indian Army ,Lotus ,Amar Ujala Network ,Lotus Dev ,Dogra Regiment ,Kmldev Her ,பூன்ச் ,ஜம்மு மற்றும் காஷ்மீர் ,இந்தியா ,ஹமீர்பூர் ,உத்தர் பிரதேஷ் ,இந்தியன் இராணுவம் ,தாமரை ,டோக்ரா ரெஜிமென்ட் ,

© 2024 Vimarsana

comparemela.com © 2020. All Rights Reserved.