साहिबगंज के राहत शिविर में रह रहे महिला-पुरुषों ने बताया कि कुछ लोगों को चूड़ा-गुड़, माचिश, मोमबत्ती मिला. कुछ लोगों को अब तक ये भी नहीं मिला है. किसी तरह जीवन यापन कर रहे हैं. छोटे-छोटे बच्चों को दूध भी नहीं मिल पा रहा है. चेहरा देखकर राहत सामग्री दी जाती है. | Jharkhand News, साहिबगंज न्यूज (नवीन कुमार) : झारखंड के साहिबगंज में पिछले 5 दिनों से रसूलपुर दहला निचला टोला के दर्जनों परिवार अपने बच्चों एवं छोटे-छोटे जानवरों के साथ राहत कैंप में रह रहे हैं. स्कूल में ग्राउंड फ्लोर सहित दो तल्ला भवन है. जिसमें दर्जनों परिवार रह रहे हैं. राहत कैंप में इन्हें चूड़ा, गुड़ वगैरह तो मिल रहा है, लेकिन दूध और दवा नहीं मिल पा रही है. इससे इनकी परेशानी बढ़ी हुई है.