कहते हैं एक आईएएस की ट्रेनिंग पूरी होने पर उसे जनहितों का ध्यान रखते
हुए अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने की शिक्षा दी जाती है। वह भी बिना
किसी पक्षपात और न्यायालयों के फैसलों एवं आदेशों का सम्मान और पालन करते
हुए। लेकिन, अजमेर नगर निगम के सीईओ आईएएस सुशील कुमार ने स्मार्ट सिटी के
करोड़ों रुपए बर्बाद कर दिए।