एक स्वस्थ शरीर के लिए हृदय का रोग मुक्त होना और मजबूत होना बेहद जरूरी होता है। इसलिए अक्सर विशेषज्ञ हृदय को स्वस्थ रखने के लिए एक बेहतर जीवन शैली, खान पान और व्यायाम करने की सलाह देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक स्वस्थ हृदय बनाने के लिए आपको अपने मस्तिष्क का भी उतना ही ख्याल रखना होगा। हाल ही में हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की वेबसाइट पर इससे जुड़ा एक लेख प्रकाशित किया गया है। इस लेख में बताया गया है कि मस्तिष्क पर पड़ने वाले दबाव का असर हृदय पर भी पड़ता है।इसकी वजह से हृदय रोग तक पैदा हो जाते हैं। ऐसी ही कई दूसरी रिसर्च भी हो चुकी हैं जो बताती हैं कि हृदय और मस्तिष्क दोनों का स्वास्थ एक दूसरे से जुड़ा हुआ है। रिसर्च में यह भी बताया गया है कि मानसिक विकार आपके व्यवहार पर असर डालते हैं। यही नहीं डिप्रेशन की वजह से आप अपनी दिनभर के कामकाज में भी मन नहीं लगा पाते और इसमें ही फंसते जाते हैं। आइए आज हम आपको बताते हैं कि आखिर कौन सी स्थिति मस्तिष्क और हृदय के लिए खराब हैं। साथ ही कैसे हम इन दोनों का ख्याल रख सकते हैं।