भोपाल: संघ प्रमुख मोहन भागवत के हिंदू-मुस्लिम का डीएनए एक होने वाले बयान पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने उन्हें नसीहत दी है। जी दरसल पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का कहना है कि, ''यह बात उन्हें पीएम मोदी, अमित शाह और बीजेपी के मुख्यमंत्रियों, बजरंद दल और वीएचपी, संघ प्रचारकों को भी समझाने की जरूरत है।'' इसी के साथ उन्होंने यह भी सवाल किया कि 'क्या मोहन भागवत ये विचार उन सभी को भी देंगे।' जी दरअसल दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया है और कहा है कि, ''संघ प्रमुख मोहन भागवत कह रहे हैं कि हिंदू और मुस्लिम अलग नहीं, सभी भारतीयों का डीएनए एक है। अगर मोहन भागवत इन विचारों का पालन अपने शिष्यों से कराएंगे तो वह भी उनके प्रशंसक बन जाएंगे।''
संघ प्रमुख मोहन भागवत बोले- हिंदू और मुस्लिम अलग नहीं, सभी भारतीयों का डीएनए एक है
मोहन भागवत जी यह विचार क्या आप अपने शिष्यों, प्रचारकों, विश्व हिंदू परिषद/ बजरंग दल कार्यकर्ताओं को भी देंगे? क्या यह शिक्षा आप मोदीशाह जी व भाजपा मुख्यमंत्री को भी देंगे?
— digvijaya singh (@digvijaya_28)
इसके अलावा दिग्विजय सिंह ने तंज कसते हुए यह भी कहा कि, ''संघ ने हिंदू-मुसलमान के बीच में इतनी नफ़रत भर दी है कि उसे दूर करना आसान नहीं है।'' इसके अलावा कांग्रेस के सीनियर नेता ने यह भी कहा कि, ''सरस्वती शिशु मंदिर से ले कर संघ द्वारा बौद्धिक प्रशिक्षणों में मुसलमानों के खिलाफ जो नफ़रत का बीज बोया गया है, वह निकालना आसान नहीं है।'' आगे उन्होंने यह तक कह दिया कि, ''अपनी कही बातों पर अगर संघ प्रमुख पूरी तरह से ईमानदार हैं तो बीजेपी मे वह सब नेता जिन्होंने निर्दोष मुसलमानों को प्रताड़ित किया है, उन्हें उनके पदों से तत्काल हटाने का निर्देश दें। इसकी शुरुआत पीएम नोदी और योगी आदित्यनाथ से की जाए।''
आगे अपने ब्यान में दिग्विजय सिंह ने मोहन भागवत पर तंज कसते हुए कहा कि, ''वह अच्छी तरह से जानते हैं कि संघ प्रमुख ऐसा नहीं करेंगे। क्यों कि उनकी कथनी और करनी में अंतर है। उन्होंने संघ प्रमुख की उस बात का समर्थन किया कि हम सभी पहले भारतीय हैं। इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये बात पहले उन्हें अपने शिष्यों को समझानी होगी। जो कई बार उन्हें पाकिस्तान जाने की सलाह दे चुके हैं। यदि आप अपने व्यक्त किए गए विचारों के प्रति ईमानदार हैं तो भाजपा में वे सब नेता जिन्होंने निर्दोष मुसलमानों को प्रताड़ित किया है उन्हें उनके पदों से तत्काल हटाने का निर्देश दें। शुरूआत नरेंद्र मोदी व योगी आदित्यनाथ से करें।''