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दीपिका-अतनु की रियल लव स्टोरी के सामने फिल्म की स्क्रिप्ट फेल, तकरार फिर प्यार...इंट्रेस्टिंग है निशानेबाजों की प्रेम कहानी
Ruchir Shukla | Navbharat Times | Updated: 28 Jun 2021, 10:35:47 AM
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Deepika Kumari Atanu Das Love Story : साल 2018 में दीपिका कुमारी और अतनु दास शादी का फैसला किया और सगाई कर ली। कोरोना काल में पिछले वर्ष 30 जून को दोनों विवाह के बंधन में बंध गए। शादी के पहले दोनों की जाति का बंधन भी आड़े आया। दोनों अलग-अलग जाति से आते थे, इस कारण शादी की राह में रोड़े भी उत्पन्न हुए।
दीपिका-अतनु की रियल लव स्टोरी के सामने फिल्म की स्क्रिप्ट फेल, तकरार फिर प्यार...इंट्रेस्टिंग है निशानेबाजों की प्रेम कहानी
रवि सिन्हा, रांची
विश्व कप तीरंदाजी की मिश्रित टीम स्पर्धा में दीपिका कुमारी (Deepika Kumari) ने अपने पति अतनु दास (Atanu Das) के साथ मिलकर गोल्ड पर निशाना साधा। 30 जून को शादी की पहली वर्षगांठ के पहले दोनों ने एक-दूसरे को गोल्ड मेडल जीत का शानदार तोहफा दिया। दीपिका और अतनु की प्रेम कहानी भी काफी दिलचस्प है। तकरार से हुई शुरुआत पिछले साल 30 जून को शादी के मुकाम तक पहुंची। इनकी लव स्टोरी किसी बॉलीवुड फिल्म की कहानी से कम नहीं है।
2008 में आर्चरी अकेडमी में हुई दोनों की पहली मुलाकात
दीपिका और अतनु की पहली मुलाकात साल 2008 में टाटा आर्चरी अकेडमी में हुई। शुरू के सात वर्षों में दोनों एक साथ अकादमी में भी रहे, लेकिन शुरुआती दिनों में इनकी तकरार इतनी जबर्दस्त थी कि कई साल तक दोनों के बीच आपस में बातचीत भी नहीं होती थी। ऐसे में कोई नहीं सोच सकता था कि दोनों की यही तकरार उन्हें शादी की मंजिल तक ले जाएगी।
तकरार से हुई शुरुआत, फिर दोस्ती के बाद हो गया प्यार
टाटा आर्चरी अकादमी में रहने के दौरान दीपिका और अतनु सभी प्रतियोगिताओं में शामिल होने के लिए साथ सफर करते, मगर कभी मामले को सुलझाने की कोशिश नहीं की। इसी बीच साल 2016 के विश्व कप में दोनों के बीच सुलह हो गई। विश्व कप 2016 में दीपिका और अतनु की जोड़ी फाइनल तक भी पहुंची, लेकिन कोरिया से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद धीरे-धीरे फिर से उनकी पहले जैसी दोस्ती हो गई।
30 जून, 2020 में शादी के बंधन में बंधे दीपिका और अतनु
साल 2018 में दीपिका कुमारी और अतनु दास शादी का फैसला किया और सगाई कर ली। जबकि कोरोना काल में पिछले वर्ष 30 जून को दोनों विवाह के बंधन में बंध गए। शादी के पहले दोनों की जाति का बंधन भी आड़े आया। दोनों अलग-अलग जाति से आते थे, इस कारण शादी की राह में रोड़े भी उत्पन्न हुए। अतनु दास के परिजनों को कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन शुरू में दीपिका के परिवार वाले मानने को तैयार नहीं थे। बाद में दीपिका अपने घर वालों को मनाने में सफल रही।
शादी की पहली वर्षगांठ के पहले एक-दूसरे को दिया गोल्ड का तोहफा
विश्व कप तीरंदाजी प्रतियोगिता के मिश्रित युगल स्पर्धा में पत्नी के साथ स्वर्ण पदक जीतने पर अतनु दास ने कहा कि उन्हें लगता है कि ईश्वर ने उन्हें एक-दूसरे के लिए बनाया है। उन्हें अभी नया कीर्तिमान गढ़ना है, इसलिए वे पति-पत्नी हैं, लेकिन मैदान पर वे दंपती के रूप में नहीं, बल्कि प्रतिस्पर्धी के रूप में हैं। वहीं इस शानदार सफलता पर दीपिका ने कहा कि अभी उनका पूरा ध्यान टोक्यो ओलंपिक में देश के लिए पदक जीतने पर है।
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