अफगानिस्तान में तालिबानी एक के बाद एक प्रांत बिना ज्यादा मशक्कत के जीत रहे थे। उधर, सेना के कमांडर हथियार रख रहे थे। आखिर किसके कहने पर सेना ने हथियार डाले? किसी को कानों कान भनक तक नहीं हुई और देश के राष्ट्रपति अशरफ गनी भाग खड़े हुए हुए। इसको लेकर वहां की जनता ही नहीं, वहां के राष्ट्रपति भवन, एंटी तालिबान लीडरशिप के अलावा पूरी दुनिया के लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं। | Dainik Bhaskar Inside Story : Afghanistan President Ashraf Ghani was weakening the government and the army for a year, forcibly removed 6 Corps commanders who opposed the Taliban