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दुनिया के लिए खतरनाक माने जा रहे कोरोना के डेल्टा वैरिएंट ने नई मुश्किल खड़ी कर दी है। कोरोना का ये रूप एशिया में तेजी से फैल रहा है। ऑस्ट्रेलिया व दक्षिण कोरिया में संक्रमण के मामलों में अचानक इजाफा होने से सख्ती बढ़ गई है। टीका ही जान बचाने का आसान तरीका है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार डेल्टा वैरिएंट दुनिया के करीब 100 देशों में दस्तक दे चुका है जो आने वाले समय में संक्रमण का प्रमुख कारक होगा। कोरोना वायरस का ये रूप जापान में भी बढ़ रहा है जहां ओलंपिक खेलों का आयोजन होना है।
ऑस्ट्रेलिया के साउथ वेल्स में इस साल नए मामलों में पहली बार सबसे अधिक बढ़ोतरी देखी गई है। यहां 200 मरीज मिले हैं जिसमें अधिकतर डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित हैं। 2.5 करोड़ की आबादी वाला सिडनी वायरस के प्रकोप से बचने के लिए दो सप्ताह के लॉकडाउन में चल रहा है।
इसी तरह दक्षिण कोरिया में करीब छह माह में पहली बार रोजाना मिलने वाले संक्रमितों की संख्या शुक्त्रस्वार को 800 से ऊपर चली गई है। ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया की सरकार बढ़ते मामले को लेकर चिंतित है। एजेंसी
टीका अस्पताल जाने से बचाएगा
फिलंर्ड्स यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ मेडिसिन के वायरोलॉजिस्ट प्रो. जिल कार का कहना है कि टीका ही जान बचाने का एकमात्र उपाय है। टीकाकरण से बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है। यही नहीं टीके से अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की दर भी कम हो सकती है। हालांकि अभी भी समाज में वायरस का प्रसार है और इससे सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों को है जिन्हें टीका नहीं लगा है।
विस्तार
दुनिया के लिए खतरनाक माने जा रहे कोरोना के डेल्टा वैरिएंट ने नई मुश्किल खड़ी कर दी है। कोरोना का ये रूप एशिया में तेजी से फैल रहा है। ऑस्ट्रेलिया व दक्षिण कोरिया में संक्रमण के मामलों में अचानक इजाफा होने से सख्ती बढ़ गई है। टीका ही जान बचाने का आसान तरीका है।
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विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार डेल्टा वैरिएंट दुनिया के करीब 100 देशों में दस्तक दे चुका है जो आने वाले समय में संक्रमण का प्रमुख कारक होगा। कोरोना वायरस का ये रूप जापान में भी बढ़ रहा है जहां ओलंपिक खेलों का आयोजन होना है।
ऑस्ट्रेलिया के साउथ वेल्स में इस साल नए मामलों में पहली बार सबसे अधिक बढ़ोतरी देखी गई है। यहां 200 मरीज मिले हैं जिसमें अधिकतर डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित हैं। 2.5 करोड़ की आबादी वाला सिडनी वायरस के प्रकोप से बचने के लिए दो सप्ताह के लॉकडाउन में चल रहा है।
इसी तरह दक्षिण कोरिया में करीब छह माह में पहली बार रोजाना मिलने वाले संक्रमितों की संख्या शुक्त्रस्वार को 800 से ऊपर चली गई है। ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया की सरकार बढ़ते मामले को लेकर चिंतित है। एजेंसी
टीका अस्पताल जाने से बचाएगा
फिलंर्ड्स यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ मेडिसिन के वायरोलॉजिस्ट प्रो. जिल कार का कहना है कि टीका ही जान बचाने का एकमात्र उपाय है। टीकाकरण से बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है। यही नहीं टीके से अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की दर भी कम हो सकती है। हालांकि अभी भी समाज में वायरस का प्रसार है और इससे सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों को है जिन्हें टीका नहीं लगा है।
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