Army- BSF to save lives from flood this is the latest situation
MP में बाढ़ः जान बचाने सेना- बीएसएफ ने भी संभाला मोर्चा यह हैं ताजा हालात..
मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल में लगातार बारिश के बाद हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। राहत बचाव कार्य में वायुसेना के बाद बीएसएफ और आर्मी को भी शामिल किया गया है। एनडीआरएफ और एडीआरएफ पहले से रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल हैं।
भोपाल. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को फोन करके ली ग्वालियर चंबल के बाढ़ के हालात की जानकारी। सीएम शिवराज ने पूरी स्थिति की रिपोर्ट देते हुए बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। सीएम शिवराज ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई दौरा किया।
मध्यप्रदेश के कुछ भागों में तेज बारिश व नदियों का जलस्तर बढ़ने से आयी बाढ़ के संबंध में मैंने श्री @chouhanshivraj जी से बात कर स्थिति की जानकारी ली। केंद्र की ओर से प्रदेश को राहत कार्यों के लिए पूरी मदद दी जा रही। इस कठिन घड़ी में मोदी सरकार प्रदेश की जनता के साथ खड़ी है।— Amit Shah (@AmitShah) August 4, 2021
ग्वालियरः जिले में 18 महार रेजीमेंट के मेजर महेश कुमार ठाकुर की अगुवाई में 50 जवानों की टीम भितरवार में है। लोहारी गांव और अन्य गांव में रेस्क्यू किया जा रहा है महिला पुरुष बच्चे और पशुओं को निकाला जा रहा है।
भितरवार जनपद पंचायत और क्षेत्रीय पंचायतों के सहयोग से प्रशासन ने लखेश्वरी माता मंदिर परिसर में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए दोपहर के भोजन की व्यवस्था कराई है। देर रात जिले के पवाया भितरवार से 20 लोगों को बीएसएफ की मदद से सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया है जिसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।
श्योपुरः ताजा हालात पर नजर डालें तो श्योपुर जिले में 30 ग्राम प्रभावित हैं और जिले में अब तक लगभग 1500 व्यक्तियों को सुरक्षित निकाला गया। अभी भी लगभग 1000 लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन जारी है। जिले के ग्राम जवालापुर, भेरावदा, मेवाडा, जातखेड़ा में बचाव कार्य चल रहा है।
ग्वालियरः बीएसएफ की मदद से देर रात ग्वालियर जिले के पवाया भितरवार से 20 लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया। शिवपुरी में सेना और वायुसेना भी रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल। एसडीआरएफ की 70 और एनडीआरएफ की तीन टीमें भी लगी हैं।
मुरैनाः जिले में अभी 13 ग्राम प्रभावित है वही प्रशासन ने लगभग 300 लोगों को सुरक्षित निकाला लिया है। वर्तमान में 200 व्यक्तियों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन जारी है।
भिंडः जिले के 25 ग्राम बाढ़ से प्रभावित बताए जा रहे हैं। वही रेस्क्यू ऑपरेशन द्वारा 800 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। वर्तमान में ग्राम गिरवसा में 7 लगों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन जारी है। जिले के भारौली थाना अंतर्गत ग्राम मुसावली में सिंध का जलस्तर बढ़ जाने से बाढ़ में फँसे एक व्यक्ति का पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह द्वारा स्वयं बोट से टीम के साथ जाकर सुरक्षित रेस्क्यू किया।
भिण्ड कलेक्टर सतीश कुमार एस एवं पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फ़ोन पर चर्चा कर सिंध एवं चंबल के बढ़ रहे जलस्तर से नदियों के आसपास के ग्रामों में बनी बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली। कलेक्टर एवं एसपी द्वारा जिले की वर्तमान स्थिति से उन्हें अवगत कराया है।
दतियाः रतनगढ़, लांच के बाद सनकुआं का पुल भी बाढ़ में वह गया। सिंध नदी के तेज बहाव में वह गया नदी का पुल। सिंध नदी के बड़े जलस्तर ने वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ा। प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबित जिले में 36 ग्राम प्रभावित है और अभी तक 1100 व्यक्ति जिन्हें सुरक्षित निकाला गया है। वर्तमान में ग्राम पाली, कोटरा चौकी में से 45 व्यक्तियों को सुरक्षित निकालने के लिए आप्रेशन जारी है।
शिवपुरी जिले के करैरा में बीजौर कारेवाह गांव में सिंध नदी के पानी में 11 लोग फंसे हुए हैं, जिसमें 6 बिहार के लोग हैं। 36 घंटे मकान की छत पर खड़े हुए हैं। हाल ही में उनकी रिश्तेदारों से बात हुई है। पानी में फंसे लोगों का कहना है कि यदि शीघ्र राहत दल नहीं पहुंचता है तो 11 लोग भूख व प्यास से ही दम तोड़ सकते हैं।
शिवपुरीः जिले में काली पहाड़ी से एनडीआरएफ ने 20 लोगों को निकाला, 11 लोगों को टपकेश्वर मंदिर, पनघाट गांव से 8 लोगों का रेस्क्यू किया दिनमें से 2 लोगों को वायुसेना के हेलीकॉप्टर से बचाया।इसके साथ ही 19 लोगों को बचाने के लिए ऑपरेशन जारी है। जिले के नवोदय स्कूल से 150 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। इस ऑपरेशन में सेना, एनडीआरएफ,एसडीआरएफ, होमगार्ड और पुलिस शामिल थी।
ग्वालियरः बीएसएफ की मदद से देर रात जिले के पवाया भितरवार से 24 लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया। यहां बीएसएफ कलेक्टर और एसपी की मौजूदगी में ऑपरेशन किया गया। भितरवार के लोहड़ी गांव में सेना द्वारा 200 लोगों को बताने के लिए ऑपरेशन जारी है।
गुनाः बाढ़ से बने हालात में जब प्रशासन की ओर से सहायता नहीं मिल सकी तो बाढ़ में फंसे सभी 9 ग्रामीण खुद ही सकुशल बाहर निकल आए। पहले ग्रामीणो ने एयर फोर्स की रेस्क्यू टीम का इंतजार किया फिर जब टीम नहीं पहुंची बाढ़ से खुद व खुद बाहर निकलकर गांव पहुंच गए।
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