कहते हैं कि वक्त कहीं जाता नहीं, लौट-लौट कर आता रहता है। इतिहास की भी खुद को दोहराने की आदत है। और आज अफगानिस्तान वक्त और इतिहास का यही सितम झेल रहा है? देश एक बार फिर तालिबान के हवाले है। तख्तापलट के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया है। राजधानी काबुल पर तालिबान ने अपना कब्जा जमा लिया है। हालांकि उसने औपचारिक रूप से वहां के पूर्व प्रशासन की जगह अब तक नहीं ली है। इसके बावजूद अफगानिस्तान को इस्लामिक अमीरात का नाम देकर तालिबान ने वहां की अवाम पर अपने नियम-कायदे थोपना शुरू कर दिया है।