अमेरिका को बृहस्पतिवार को काबुल हवाई अड्डे से अमेरिकी और अफगान नागरिकों की निकासी की प्रक्रिया तेज करने में संघर्ष करना पड़ा। इस दौरान उसने सशस्त्र तालिबानी चौकियों से लेकर कागजी कामकाज जैसी समस्याओं का सामना किया।
युनाइटेड अरब अमीरात ने पुष्टि की है कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी उसके यहां हैं. तालिबान के काबुल में घुसने के बाद गनी देश छोड़कर चले गए थे. उन्होंने कहा था कि वह खून खराबा टालने के लिए ऐसा कर रहे हैं.
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने देश से शेष अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने का फैसला किया तो कट्टरपंथी इस्लामी संगठन सत्ता पर फिर से कब्जा करने के काबिल हो गया। इस वापसी से अफगानिस्तान में पिछले 20 वर्ष से अमेरिकी सैन्य उपस्थिति का अंत हो गया।
तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हवाई अड्डे पर अफरा-तफरी का माहौल है। हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ अब भी एयरपोर्ट पर है जो जल्द से जल्द देश छोड़ने को बेचैन हैं। वहीं इससे पहले सोमवार को एक अमेरिकी सैन्य परिवहन विमान (US military transport aircraft) से कुछ लौग गिर गए थे।