वडोदरा: छोटे भाई के लिए इलेक्ट्रिक साइकिल बनाने वाले इस इलेक्ट्रिकल इंजीनियर को दुबई से आया बुलावा, आज है खुद का सफल स्टार्ट अप
वडोदरा: छोटे भाई के लिए इलेक्ट्रिक साइकिल बनाने वाले इस इलेक्ट्रिकल इंजीनियर को दुबई से आया बुलावा, आज है खुद का सफल स्टार्ट अप
(Photo Credit : sandesh.in)
विवेक पेज द्वारा निर्मित इलेक्ट्रिक साइकिल की कीमत 25,000 रुपये से लेकर 46,500 रुपये
वडोदरा के एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर ने छोटे भाई द्वारा स्कूल जाने के लिए दोपहिया वाहन खरीदने की मांग करने पर एक पुरानी साइकिल को बदलकर इलेक्ट्रिक साइकिल बनाई और अब वह एक लाख रुपये महीना कमाने लगा है। छोटे भाई के स्कूटर खरीदने पर जोर देने के बाद पहली बार इलेक्ट्रिक साइकिल बनाने वाले इंजीनियर विवेक पेज ने कहा "जब मैंने इलेक्ट्रिक बाइक बनाई थी, तो मुझे इसकी मार्केटिंग का कोई अनुभव नहीं था, लेकिन साहस के साथ मैंने फ्लैश मोटर बाइक नाम से एक स्टार्टअप शुरू करने का फैसला किया। हालांकि निवेश की कमी के कारण मुझे इस परियोजना को शुरू करने से पहले छोड़ना पड़ा। फिर मैंने 2 साल तक डिज़ाइन इंजीनियर के रूप में काम किया, जहाँ मैंने इलेक्ट्रिक पैनल डिज़ाइन किए।”
आपको बता दें कि वाहनों में पेट्रोल और डीजल की खपत पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रही है और अब पेट्रोल की कीमतें आसमान छू रही हैं। वडोदरा स्थित इलेक्ट्रिकल इंजीनियर विवेक पेज द्वारा पर्यावरण और लोगों की जेब खर्च को बचाने के लिए इलेक्ट्रिक साइकिल का स्टार्टअप शुरू किया गया था। अब यह एक सफल स्टार्टअप है जिसेका नाम ‘ओडो बाइक’ है । सोशल मीडिया पर साइकिल की तस्वीरें पोस्ट करने वाले रिश्तेदारों और दोस्तों से साइकिल के लिए पूछताछ शुरू हो गई। इस बीच दुबई की एक कंपनी में सीएफओ के रूप में काम करने वाले विवेक के मामा ने अपनी कंपनी के लिए साइकिल बनाने के लिए विवेक को दुबई बुलाया। वहां विवेक ने एक इलेक्ट्रिक साइकिल तैयार की और कंपनी भारत लौटते समय विवेक को स्टार्टअप का विचार आया।
वडोदरा के गोत्री रोड पर साराभाई सोसाइटी के रहने वाले विवेक जयेशभाई पेज ने 2017 में वडोदरा के पास बबरिया संस्थान में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। विवेक पेज द्वारा निर्मित इलेक्ट्रिक साइकिल की कीमत 25,000 रुपये से लेकर 46,500 रुपये तक है। साइकिल के दायीं ओर एक एक्सेलेरेटर है और डिस्प्ले है जिस पर गति और बैटरी स्तर दिखाता है। साइकिल के पिछले टायरों में मोटर और सीट के निचले हिस्से में बैटरी लगी है। पैडल में एक सेंसर लगाया गया है जहाँ से पेडलिंग करते समय मोटर चालू कर साइकिल की गति बढाई जा सकती है। साइकिल में ई-ब्रेक और बुलेट वायरिंग भी दी गई है। ई ब्रेक मारने से साइकिल की मोटर बंद हो जाती है और बुलेट वायरिंग दुर्घटना में वायरिंग को नुकसान से बचा सकती है।