| | Updated: January 6, 2021 1:30 pm
Bird Flu Precautions : भारत में बर्ड फ्लू का प्रकोप बढ़ता हुआ दिख रहा है। ऐसे में, बर्ड फ्लू के प्रकोप से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। राजस्थान, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश और केरल में बर्ड ब्लू के प्रकोप की रिपोर्ट मिलने के बाद इस पर नियंत्रण को लेकर केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को एडवायरी जारी की गई है जिसमें पक्षियों के इस रोग से निपटने के लिए बनाई गई राष्ट्रीय कार्ययोजना को अमल में लाने को कहा गया है। यह जानकारी केंद्रीय पशुपालन, मत्स्यपालन और डेयरी मंत्रालय की ओर से बुधवार को दी गई। मंत्रालय ने बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के तहत आने वाले भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान (एनआईएचएसएडी) से नमूनों की पुष्टि होने के बाद चार राज्यों में 12 जगहों पर बर्ड फ्लू यानी एवियन एन्फ्लूएंजा (एआई) की रिपोर्ट आई है। (Bird Flu Precautions )
इनमें राजस्थान में बारां, कोटा और झालावार में कौव्वों में बर्ड फ्लू की रिपोर्ट है वहीं, मध्यप्रदेश के मंदसौर, इंदौर और मालवा में भी कौव्वों में ही बल्र्ड फ्लू की रिपोर्ट है। जबकि हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में प्रवासी पक्षियों में बर्ड फ्लू की रिपोर्ट है। दक्षिण भारत स्थित केरल के कोट्टायम और आलापुझा में चार जगहों पर पोल्ट्री डक यानी घरेलू बत्तख में बर्ड फ्लू की रिपोर्ट है।
बर्ड फ्लू से निपटने के लिए गाइडलाइंस ज़ारी
मंत्रालय ने बताया कि राजस्थान और मध्यप्रदेश को एक जनवरी 2021 को ही एडवायजरी जारी की गई थी और दोनों राज्यों में नेशनल एक्शन प्लान ऑफ एवियन इन्फ्लूएंजा के अनुसार रोकथाम के उपाय किए जा रहे हैं। इसके बाद पांच जनवरी 2021 को हिमाचल प्रदेश को पोल्ट्री में इसका प्रसार रोकने को लेकर एडवायजरी जारी की गई है। रिपोर्ट के अनुसार,
केरल में पांच जनवरी से रोकथाम के उपायों को अमल में लाया जा रहा है जिसके तहत पक्षियों को मारने का काम जारी है।
साथ ही, राज्यों को वन विभाग के साथ समन्वय बनाकर पक्षियों के असामान्य मौत की रिपोर्ट लेने को कहा गया है। इसके अलावा अन्य राज्यों को भी पक्षियों की असमान्य मौत पर निगाहें रखने और आवश्यक कदम उठाने के लिए शीघ्र रिपोर्ट करने को कहा गया है।
केंद्र सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग ने भी यहां एक नियंत्रण कक्ष बनाया है जिसमें रोजाना आधार पर प्रदेशों से बर्ड फ्लू की स्थिति और किए जा रहे रोकथाम के उपायों का जायजा लिया जा रहा है।
मंत्रालय की ओर से एक बात और स्पष्ट की गई है कि संदूषित पोल्ट्री उत्पाद खाने से मानव में एआई वायरस के संचरित होने का कोई सीधा प्रमाण नहीं है। हालांकि सफाई व स्वच्छता बनाए रखना और रसोई बनाने व प्रसंस्करण के मानक एआई वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए प्रभावकारी है।
क्या हैं बर्ड फ्लू संक्रमण के लक्षण (Symptoms of Bird Flu)
बर्ड फ्लू पक्षियों से जानवरों और इंसानों तक भी फैल सकता है। मनुष्यों में बर्ड फ्लू संक्रमण के लक्षण (Symptoms of Bird Flu)के तौर पर सर्दी-खांसी, ख़राब गला और बुखार जैसे समस्याएं हो सकती हैं। गौरतलब है कि कोविड-19 संक्रमण के प्रमुख लक्षणों में भी यही समस्याएं शुमार हैं।(Symptoms of Covid-19)
बर्ड फ्लू संक्रमण से बचने के लिए करें यह उपाय (Bird Flu Precautions)
आस-पास साफ-सफाई रखें। घर के आस-पास पंक्षियों को घोसला ना बनाने दें। जितना हो सके ,पक्षियों के सम्पर्क में आने से बचने के प्रयास करें।
हाइजिन का ख्याल रखें। बार-बार साबुुन-पानी से हाथ धोएं ।
घर के भीतर किसी नये पालतू पक्षी को ना लाएं। अगर आपके पास पहले से कोई पालतू कुत्ता-बिल्ली, तोता या लव बर्ड्स जैसे जीव हैं, तो बर्ड फ्लू से सुरक्षित रखने के लिए उन्हें बाहर ना निकलनें दें।
घर के पालतू जीवों को घर में रखा या बनाया हुआ भोजन दें। उन्हें कुछ दिनों तक बाहर का खाना ना खिलाएं।
कभी भी मार्केट में पहले से काटकर रखा गया मीट या पोल्ट्री ना खरीदें।
डॉक्टर से बात करें और बर्ड फ्लू के उपचार, बचाव के तरीके, दवाइयों, इंजेक्शन के बारे में जानकारी हासिल करें।
(स्रोत–आईएएनएस, पीएमजे-एसकेपी)
Published : January 6, 2021 12:52 pm | Updated:January 6, 2021 1:30 pm