त्रिफला लंबे समय से स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एक टॉनिक के रूप में प्राचीन आयुर्वेदिक संस्कृति का एक अभिन्न अंग रहा है। ये आयुर्वेद की महाऔषधि है। इसे असंख्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से राहत प्रदान करने में मददगार माना जाता है। त्रिफला तीन फलों, आमलकी (एम्ब्लिका ऑफिसिनैलिस), बिभीतकी (टर्मिनलिया बेलिरिका), और हरीतकी (टर्मिनलिया चेबुला) के कॉम्बिनेशन से बनाया जाता है। हालांकि, त्रिफला को अधिक मात्रा में लेने से कई तरह के स्वास्थ्य जोखिम हो सकते हैं। यहां त्रिफला चूर्ण के 4 दुष्प्रभाव हैं जिन्हें आपको जानना चाहिए।(फोटो साभार: istock by getty images)